एक समय था जब सभी इजरायल की जनजातियाँ हेब्रोन मे दाऊद के पास आई और बोली, “हम तेरी हड्डी और तेरा मांस हैं। पहले सौल हमारा राजा हुआ करता था, तुमने ही हमारा नेतृत्व किया। और यहोवा ने तुमसे कहा था कि तुम मेरी प्रजा इजरायल के चरवाहे बनोगे और तुम इजरायल पर अधिपति होगे।”
इसलिए इजरायल के सब बुजुर्ग लोग हेब्रोन मे राजा के पास आये; और राजा दाऊद ने उनके सामर्थ्य से यहोवा के सामने हेब्रोन मे एक संधि की; और यहोवा ने दाऊद को इजरायल का राजा अभिषिक्त किया।
दाऊद की आयु 30 वर्ष थी जब उसे शासन की शुरुआत की; और वह 40 वर्ष तक शासन करता रहा। हेब्रोन मे उसने जुदा पर सात वर्ष और छः महीने तक; और यरूशलेम मे उसने 33 वर्ष तक सभी इजरायल और जुदा पर शासन किया।
दावूद अपने मनोनीतों के साथ यरूशलेम गया, जहां रहने वाले येबुसियों ने दावूद से कहा, “तुम यहां आने के लिए अपाहिज और लंगड़े लोगों को हटा दो।” ये लोग सोचने लगे कि दाऊद यहां नहीं आ सकता।
फिर भी, दावूद ने सायन के दुर्ग को ले लिया, जो दावूद का नगर कहलाता है। दावूद ने उस दिन कहा, “जो कोई यबुसीयों को मार देगा, वह जलाशय के ऊपर चढ़ेगा, और (मारेगा) वे लंगड़े और अंधे लोग