यिर्मयाह की पुकार: यहूदा की मोर्तियों की विभ्रांती और परमेश्वर की आशीष
यिर्मयाह 17 की कहानी हिंदी में: यहूदा के राज्य में, यिर्मयाह नबी परमेश्वर के वचन को सुनाने के लिए बुलाया गया था। उस समय, यहूदा के लोग परमेश्वर से दूर हो चुके थे और मूर्तियों की पूजा करने लगे थे।…
यशायाह 51: आशा और सांत्वना के वाणी – बेबीलोन की गुलामी से मुक्ति की ओर
यशायाह 51 की कहानी हिंदी में विस्तार से: प्रभु यहोवा ने यशायाह नबी के माध्यम से अपने लोगों से बात की। उस समय इस्राएल के लोग बेबीलोन की गुलामी में थे और उनका मन निराशा और भय से भरा हुआ…
मिस्र: गर्व से पतन और परमेश्वर की कृपा की ओर बहाली
यशायाह 19 की कहानी मिस्र के बारे में है, जो एक शक्तिशाली और गर्वित राष्ट्र था, लेकिन परमेश्वर के न्याय और अनुग्रह दोनों का सामना करता है। यह कहानी मिस्र की गिरावट, परमेश्वर के हस्तक्षेप, और अंत में उसकी बहाली…
जीवन की सच्चाई: एक बुद्धिमान व्यक्ति का ज्ञान और अनुभव
एक समय की बात है, जब एक बुद्धिमान व्यक्ति ने अपने जीवन के अनुभवों और परमेश्वर की सृष्टि को गहराई से देखा और समझा। उसने महसूस किया कि जीवन में सुख और दुख, अच्छाई और बुराई, ज्ञान और मूर्खता सभी…
प्रातःकाल की प्रार्थना: राजा दाऊद और उनका स्तवन गीत
एक समय की बात है, जब राजा दाऊद अपने महल के बगीचे में बैठे हुए थे। वह सुबह का समय था, और सूरज की पहली किरणें आकाश को सुनहरे रंग से रंग रही थीं। पक्षियों का मधुर गीत हवा में…
दाऊद की विश्वासगाथा: परमेश्वर की ओर मुख होने का निर्णय
एक बार की बात है, जब दाऊद राजा अपने महल में बैठे हुए थे। उनका मन बहुत व्याकुल था। चारों ओर शत्रुओं ने उन्हें घेर रखा था, और वे महसूस कर रहे थे कि उनकी स्थिति बहुत नाजुक है। उनके…
अय्यूब: ईश्वर की महिमा और उद्देश्यों का ज्ञान
एक समय की बात है, जब अय्यूब अपने दुःख और परीक्षाओं से गुज़र रहा था। उसने ईश्वर से प्रश्न किया कि उसके साथ ऐसा क्यों हुआ। वह अपने दुःख में डूबा हुआ था और ईश्वर से उत्तर की प्रतीक्षा कर…
राजा रहूबियाम: ईश्वरीय इच्छा और राजसी निर्णय – एक समुद्रपार परीक्षण
2 इतिहास 11 की कहानी को विस्तार से समझने के लिए हमें उस समय की परिस्थितियों और घटनाओं को गहराई से देखना होगा। यह अध्याय राजा रहूबियाम (रहबाम) के जीवन और उसके शासनकाल की एक महत्वपूर्ण घटना को दर्शाता है।…
मिस्र: मेंढ़कों के प्रलय और फिरौन की कठोरता
मिस्र की धरती पर एक बार फिर से परमेश्वर का प्रकोप छाने वाला था। फिरौन ने इस्राएलियों को जाने देने से इनकार कर दिया था, और अब परमेश्वर ने मूसा और हारून को फिरौन के पास भेजा, ताकि वे उसे…
यहोवा का परीक्षण: अमीयाब की भक्ति और भटकाव
एक समय की बात है, जब इस्राएल के लोग यहोवा के नियमों और आज्ञाओं के अनुसार जीवन यापन कर रहे थे। वे मूसा के द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते थे और यहोवा की उपासना में लगे हुए थे।…