यीशु का शिष्यों के पैर धोना: प्रेम और नम्रता का संदेश
यह कहानी यूहन्ना के सुसमाचार के अध्याय 13 पर आधारित है, जो यीशु मसीह और उनके शिष्यों के बीच घटित एक महत्वपूर्ण घटना को दर्शाती है। यह घटना फसह के पर्व से ठीक पहले की है, जब यीशु ने अपने…
यीशु का चमत्कार और शिष्यों का आह्वान
एक दिन, यीशु गलील झील के किनारे खड़े थे। उस समय, लोग उनके चारों ओर इकट्ठा हो रहे थे, क्योंकि वे उनके मुख से परमेश्वर का वचन सुनने के लिए उत्सुक थे। यीशु ने देखा कि झील के किनारे दो…
जकर्याह का दर्शन: पापों से मुक्ति और नया जीवन
यह कहानी जकर्याह नबी के समय की है, जब परमेश्वर ने उसे एक दर्शन दिखाया। यह दर्शन यरूशलेम के मंदिर के पुनर्निर्माण के समय का है, जब यहूदी लोग बाबुल की गुलामी से वापस लौटे थे और अपने शहर और…
परमेश्वर का न्याय: आमोस की चेतावनी और इस्राएल का पतन
एक समय की बात है, जब इस्राएल के लोग परमेश्वर की आज्ञाओं को भूल चुके थे और उनके हृदय अहंकार और पाप से भर गए थे। उस समय, परमेश्वर ने एक चरवाहे, आमोस को बुलाया और उसे इस्राएल के लोगों…
यिर्मयाह 41: गिदाल्याह की हत्या और उसके परिणाम
यिर्मयाह 41 की कहानी को विस्तार से बताते हुए, हम इस घटना को एक नाटकीय और विवरणात्मक शैली में प्रस्तुत करेंगे। यह कहानी बाइबल के अनुसार यहूदा के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो विश्वासघात, हिंसा और परमेश्वर की…
यिर्मयाह का दर्द: पाप और परमेश्वर का न्याय
यिर्मयाह 9 की कहानी हमें एक ऐसे समय में ले जाती है जब यहूदा के लोगों ने परमेश्वर की आज्ञाओं को तोड़ दिया था और उनके हृदयों में पाप और अविश्वास का बोलबाला था। यिर्मयाह, परमेश्वर के भविष्यद्वक्ता, इस समय…
अगूर की विनम्रता और परमेश्वर की बुद्धि की खोज
एक समय की बात है, जब एक बुद्धिमान व्यक्ति ने परमेश्वर के वचन को गहराई से समझने की कोशिश की। उसका नाम अगूर था, और वह परमेश्वर के सामने विनम्र था। उसने अपने हृदय में यह जानने की लालसा रखी…
एलियाह की आस्था: परमेश्वर की कृपा और कृतज्ञता की कहानी
भजन संहिता 116 का यह कहानी एक गहरी आध्यात्मिक यात्रा को दर्शाती है, जो एक व्यक्ति के संघर्ष, विश्वास, और परमेश्वर के प्रति कृतज्ञता से भरी हुई है। यह कहानी हमें यह सिखाती है कि परमेश्वर हमारी पुकार सुनता है…
दाऊद का विश्वास और दोएग का अहंकार
एक समय की बात है, जब दाऊद राजा शाऊल के क्रोध से भाग रहा था। वह जंगलों और पहाड़ियों में छिपता हुआ, परमेश्वर की शरण मांग रहा था। उस समय, दाऊद ने एक घटना का सामना किया जो उसके हृदय…
दाऊद की विजय: परमेश्वर की शक्ति पर भरोसा
एक बार की बात है, जब इस्राएल के राजा दाऊद एक बड़े संकट में थे। उनके दुश्मनों ने उनके खिलाफ एक विशाल सेना इकट्ठी कर ली थी, और वे युद्ध के लिए तैयार थे। दाऊद जानते थे कि उनकी अपनी…