पवित्र बाइबल

मूसा का संदेश: परमेश्वर की आराधना और वादा किए गए देश की ओर

एक समय की बात है, जब इस्राएल के लोग मिस्र की गुलामी से छूटकर वादा किए गए देश कनान की ओर बढ़ रहे थे। मूसा, जो परमेश्वर के द्वारा चुना गया नेता था, उन्हें परमेश्वर के नियम और आज्ञाएं सिखा रहा था। उस समय, मूसा ने लोगों को एकत्रित किया और उनसे कहा, “हे इस्राएल के लोगो, सुनो! परमेश्वर तुम्हारे लिए एक विशेष स्थान चुनेंगे, जहां तुम उनकी आराधना करोगे और उनके नाम को महिमा दोगे। यह स्थान तुम्हारे सभी गोत्रों के बीच में होगा, और तुम्हें वहीं जाकर अपने होमबलि, मेलबलि, दशमांश, और अन्य भेंटें चढ़ानी होंगी।”

मूसा ने आगे कहा, “तुम्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि तुम अपने मन के अनुसार कहीं भी परमेश्वर की आराधना न करो। जैसे अन्य जातियां अपने देवताओं के लिए पहाड़ों पर, पहाड़ियों पर, और हरे-भरे वृक्षों के नीचे बलि चढ़ाती हैं, वैसा तुम न करना। परमेश्वर ने तुम्हें एक विशेष स्थान दिया है, जहां तुम उनकी आराधना करोगे।”

लोगों ने ध्यान से मूसा की बात सुनी और उन्होंने पूछा, “लेकिन हम कैसे जानेंगे कि वह स्थान कहां है?” मूसा ने उत्तर दिया, “परमेश्वर तुम्हारे सामने चलेंगे और तुम्हें उस स्थान तक ले जाएंगे। जब तुम वहां पहुंचोगे, तो तुम्हें वहां एक वेदी बनानी होगी और उस पर होमबलि और मेलबलि चढ़ानी होगी। तुम्हें वहां अपने परिवार के साथ आनन्द मनाना होगा और परमेश्वर के सामने अपनी भेंटें लेकर आना होगा।”

मूसा ने आगे चेतावनी दी, “तुम्हें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि तुम अन्य जातियों के देवताओं की पूजा न करो। उनके मूर्तिपूजक रीति-रिवाजों को अपनाने से बचो। परमेश्वर ने तुम्हें अपने लिए चुना है, और तुम्हें केवल उनकी आराधना करनी चाहिए। यदि तुम अन्य देवताओं की पूजा करोगे, तो परमेश्वर का क्रोध तुम पर भड़केगा।”

लोगों ने मूसा की बातों को गंभीरता से लिया और उन्होंने परमेश्वर के प्रति अपनी निष्ठा की शपथ ली। मूसा ने उन्हें आश्वासन दिया कि यदि वे परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करेंगे, तो वे उन्हें आशीर्वाद देंगे और उन्हें वादा किए गए देश में स्थापित करेंगे।

मूसा ने कहा, “जब तुम वादा किए गए देश में प्रवेश करोगे, तो तुम्हें वहां के निवासियों के मूर्तिपूजक रीति-रिवाजों को नष्ट करना होगा। उनके मंदिरों, वेदियों, और मूर्तियों को तोड़ देना। तुम्हें परमेश्वर के नाम को शुद्ध रखना है और केवल उनकी आराधना करनी है।”

लोगों ने मूसा की बातों को मान लिया और उन्होंने परमेश्वर के प्रति अपनी निष्ठा की शपथ ली। मूसा ने उन्हें आशीर्वाद दिया और कहा, “यदि तुम परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करोगे, तो वे तुम्हें आशीर्वाद देंगे और तुम्हें वादा किए गए देश में स्थापित करेंगे। तुम्हारे पास अन्न, दाखमधु, और तेल की प्रचुरता होगी, और तुम्हारे पशु और बच्चे बढ़ेंगे।”

इस प्रकार, मूसा ने इस्राएल के लोगों को परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करने और उनकी आराधना करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने लोगों को यह भी याद दिलाया कि परमेश्वर ही उनके जीवन का केंद्र हैं और उन्हें केवल उनकी आराधना करनी चाहिए। लोगों ने मूसा की बातों को गंभीरता से लिया और उन्होंने परमेश्वर के प्रति अपनी निष्ठा की शपथ ली।

इस प्रकार, इस्राएल के लोग परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करते हुए वादा किए गए देश की ओर बढ़ते रहे, यह जानते हुए कि परमेश्वर ही उनके जीवन का केंद्र हैं और उन्हें केवल उनकी आराधना करनी चाहिए।

LEAVE A RESPONSE

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *