यहेजकील 38 का विस्तृत कथा हिंदी में:
प्राचीन काल में, परमेश्वर के भविष्यद्वक्ता यहेजकील को एक अद्भुत दर्शन दिया गया। यह दर्शन इस्राएल के भविष्य के बारे में था, जिसमें एक महान युद्ध का वर्णन किया गया था। यहेजकील ने देखा कि एक दिन, दूर उत्तर के देशों से एक शक्तिशाली राजा उठेगा, जिसका नाम गोग होगा। गोग मागोग देश का शासक होगा और उसके साथ अनेक राष्ट्रों की सेनाएँ होंगी। यह सेना बहुत बड़ी और भयानक होगी, जो घोड़ों, रथों, और अस्त्र-शस्त्रों से सुसज्जित होगी।
गोग का हृदय अहंकार और लालच से भरा होगा। वह इस्राएल की शांति और समृद्धि को देखकर ईर्ष्या से जल उठेगा। उसकी योजना होगी कि वह इस्राएल पर आक्रमण करे और उसकी धन-संपदा को लूट ले। गोग सोचेगा कि इस्राएल के नगर बिना दीवारों के हैं और उनके पास कोई सुरक्षा नहीं है। वह यह नहीं जानेगा कि इस्राएल का सच्चा सुरक्षा परमेश्वर है।
गोग अपनी विशाल सेना को इकट्ठा करेगा, जिसमें फारस, कूश, पुत, गोमेर, और तोगर्मा के लोग शामिल होंगे। ये सभी राष्ट्र गोग के साथ मिलकर इस्राएल के विरुद्ध युद्ध करने आएंगे। उनकी संख्या इतनी अधिक होगी कि वे पहाड़ों और घाटियों को ढक लेंगे। उनके हथियारों की चमक और उनके रथों की गर्जना से पूरा देश काँप उठेगा।
परन्तु परमेश्वर ने यहेजकील को यह भी दिखाया कि गोग की योजना सफल नहीं होगी। परमेश्वर स्वयं इस्राएल की रक्षा करेगा। जब गोग और उसकी सेना इस्राएल की भूमि पर आक्रमण करेंगे, तब परमेश्वर अपने क्रोध और प्रकोप को उन पर उंडेलेंगे। आकाश से आग और गंधक बरसेगी, और पृथ्वी काँप उठेगी। गोग की सेना में भयंकर भगदड़ मच जाएगी, और वे एक-दूसरे को मारने लगेंगे।
परमेश्वर गोग और उसकी सेना को पूरी तरह से नष्ट कर देंगे। उनके शव पहाड़ों और घाटियों में पड़े रहेंगे, और पक्षी और जंगली जानवर उनका मांस खाएंगे। इस्राएल की भूमि शुद्ध हो जाएगी, और परमेश्वर का नाम पूरी पृथ्वी पर महिमामय होगा। सभी राष्ट्र जान जाएंगे कि इस्राएल का परमेश्वर ही सच्चा और सर्वशक्तिमान है।
यहेजकील ने यह दर्शन देखकर परमेश्वर की स्तुति की। उसने जान लिया कि परमेश्वर अपने लोगों की सदैव रक्षा करते हैं और उनके शत्रुओं को नष्ट कर देते हैं। यह कथा हमें सिखाती है कि परमेश्वर की सामर्थ्य और सुरक्षा हमारे लिए सबसे बड़ी शक्ति है, और हमें उन पर पूरा भरोसा रखना चाहिए।