पवित्र बाइबल

नूह की वाचा और नई शुरुआत

पृथ्वी पर जलप्रलय के बाद, जब जल धीरे-धीरे उतर गया और धरती फिर से सूखने लगी, तो नूह और उनके परिवार ने जहाज़ से बाहर कदम रखा। वे सभी जीवित प्राणियों के साथ, जो उनके साथ जहाज़ में थे, धरती पर वापस आए। नूह ने सबसे पहले परमेश्वर के लिए एक वेदी बनाई और उस पर शुद्ध पशुओं और पक्षियों की बलि चढ़ाई। परमेश्वर ने उनकी बलि को स्वीकार किया और उनके हृदय में यह प्रतिज्ञा की कि वह फिर कभी मनुष्यों और पृथ्वी के सभी जीवों को जलप्रलय से नष्ट नहीं करेगा।

परमेश्वर ने नूह और उनके पुत्रों से कहा, “मैं तुम्हारे साथ एक वाचा बाँधता हूँ। मैंने तुम्हारे साथ जो वाचा बाँधी है, उसका चिह्न मेरा धनुष बादलों में होगा। जब भी मैं बादलों को पृथ्वी पर लाऊँगा, तो यह धनुष दिखाई देगा, और मैं उस समय अपनी वाचा को याद करूँगा। मैं फिर कभी जलप्रलय से सब प्राणियों को नष्ट नहीं करूँगा।”

नूह और उनके पुत्रों ने परमेश्वर की इस वाचा को गंभीरता से लिया। उन्होंने देखा कि परमेश्वर ने उन्हें और सभी जीवित प्राणियों को एक नई शुरुआत दी है। नूह ने अपने पुत्रों से कहा, “परमेश्वर ने हमें जीवन दिया है और हमें इस धरती पर फलने-फूलने का आशीर्वाद दिया है। हमें उनकी आज्ञाओं का पालन करना चाहिए और उनकी इच्छा के अनुसार जीवन व्यतीत करना चाहिए।”

नूह के पुत्रों के नाम शेम, हाम और येपेत थे। वे सभी अपने पिता की बातों को मानते थे और परमेश्वर की आराधना करते थे। नूह ने अपने परिवार को आशीर्वाद दिया और कहा, “परमेश्वर तुम्हें आशीर्वाद दे, और तुम सभी जातियों के पिता बनो। तुम्हारे वंशज पृथ्वी पर फैलें और उसे भर दें।”

नूह ने अपने पुत्रों को यह भी सिखाया कि वे परमेश्वर के नियमों का पालन करें और उनकी आज्ञाओं को मानें। उन्होंने कहा, “परमेश्वर ने हमें जीवन दिया है और हमें इस धरती पर रहने का अधिकार दिया है। हमें उनकी इच्छा के अनुसार जीवन व्यतीत करना चाहिए और उनकी आराधना करनी चाहिए।”

नूह और उनके परिवार ने धरती पर फिर से जीवन शुरू किया। वे खेती करने लगे, पशुपालन करने लगे, और धीरे-धीरे उनका परिवार बढ़ने लगा। नूह ने अपने पुत्रों को यह भी सिखाया कि वे परमेश्वर की वाचा को याद रखें और उसका सम्मान करें। उन्होंने कहा, “जब भी तुम आकाश में इंद्रधनुष देखो, तो याद करो कि परमेश्वर ने हमसे एक वाचा बाँधी है और वह हमेशा हमारे साथ है।”

नूह के परिवार ने परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन किया और उनकी आराधना की। वे जानते थे कि परमेश्वर ने उन्हें एक नई शुरुआत दी है और उन्हें इसका सम्मान करना चाहिए। नूह ने अपने पुत्रों को यह भी सिखाया कि वे परमेश्वर के प्रति वफादार रहें और उनकी इच्छा के अनुसार जीवन व्यतीत करें।

इस प्रकार, नूह और उनके परिवार ने परमेश्वर की वाचा को याद रखा और उसका सम्मान किया। वे जानते थे कि परमेश्वर उनके साथ है और वह हमेशा उनकी रक्षा करेगा। नूह ने अपने परिवार को आशीर्वाद दिया और कहा, “परमेश्वर तुम्हें आशीर्वाद दे, और तुम सभी जातियों के पिता बनो। तुम्हारे वंशज पृथ्वी पर फैलें और उसे भर दें।”

नूह के परिवार ने परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन किया और उनकी आराधना की। वे जानते थे कि परमेश्वर ने उन्हें एक नई शुरुआत दी है और उन्हें इसका सम्मान करना चाहिए। नूह ने अपने पुत्रों को यह भी सिखाया कि वे परमेश्वर के प्रति वफादार रहें और उनकी इच्छा के अनुसार जीवन व्यतीत करें।

इस प्रकार, नूह और उनके परिवार ने परमेश्वर की वाचा को याद रखा और उसका सम्मान किया। वे जानते थे कि परमेश्वर उनके साथ है और वह हमेशा उनकी रक्षा करेगा। नूह ने अपने परिवार को आशीर्वाद दिया और कहा, “परमेश्वर तुम्हें आशीर्वाद दे, और तुम सभी जातियों के पिता बनो। तुम्हारे वंशज पृथ्वी पर फैलें और उसे भर दें।”

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