पवित्र बाइबल

ज़कर्याह का दर्शन: पाप और परमेश्वर का न्याय

ज़कर्याह 5 की कहानी को विस्तार से समझने के लिए हमें पहले इस अध्याय के संदर्भ को समझना होगा। यह अध्याय नबी ज़कर्याह के दर्शनों में से एक है, जो उन्हें परमेश्वर की ओर से मिले थे। यह दर्शन इस्राएल के लोगों को उनके पापों के बारे में चेतावनी देता है और परमेश्वर के न्याय की ओर इशारा करता है। यह कहानी न केवल पाप के परिणामों को दर्शाती है, बल्कि परमेश्वर की पवित्रता और उसके न्याय की गंभीरता को भी उजागर करती है।

### ज़कर्याह का दर्शन: उड़ता हुआ पुस्तक-पत्र

एक दिन, जब ज़कर्याह परमेश्वर की उपस्थिति में प्रार्थना कर रहे थे, तब अचानक उन्हें एक अद्भुत दर्शन दिखाई दिया। आकाश खुल गया, और उन्होंने एक विशाल, उड़ता हुआ पुस्तक-पत्र देखा। यह पुस्तक-पत्र इतना बड़ा था कि उसकी लंबाई बीस हाथ (लगभग 9 मीटर) और चौड़ाई दस हाथ (लगभग 4.5 मीटर) थी। यह आकाश में तेजी से उड़ रहा था, जैसे कि कोई शक्तिशाली हवा उसे आगे बढ़ा रही हो। पुस्तक-पत्र का रंग चमकीला और उज्ज्वल था, जैसे कि वह परमेश्वर की पवित्रता को प्रकट कर रहा हो।

ज़कर्याह ने देखा कि इस पुस्तक-पत्र पर कुछ शब्द लिखे हुए थे। वे शब्द स्पष्ट और सीधे थे: “शापित है वह जो चोरी करता है, और शापित है वह जो झूठी शपथ लेता है।” यह संदेश स्पष्ट था कि परमेश्वर पाप को सहन नहीं करेगा, और जो लोग उसकी आज्ञाओं को तोड़ते हैं, उन पर उसका न्याय आएगा।

### एपा का माप और स्त्री का प्रतीक

तब ज़कर्याह ने एक और दर्शन देखा। उन्होंने एक एपा (एक प्राचीन मापने का बर्तन) देखा, जो धरती पर रखा हुआ था। यह एपा बहुत बड़ा था और उसमें कुछ भरा हुआ था। ज़कर्याह ने पूछा, “यह क्या है, हे प्रभु?” तब परमेश्वर के दूत ने उन्हें उत्तर दिया, “यह एपा पूरे देश में फैले हुए पाप का प्रतीक है।”

ज़कर्याह ने ध्यान से देखा तो पाया कि एपा के ऊपर एक स्त्री बैठी हुई है। यह स्त्री बहुत ही भयानक और अशुभ लग रही थी। उसके चेहरे पर क्रोध और धोखे की छाप थी। दूत ने ज़कर्याह को बताया, “यह स्त्री दुष्टता का प्रतीक है। वह पूरे देश में फैले हुए पाप और अधर्म को दर्शाती है।”

तब ज़कर्याह ने देखा कि एपा के ऊपर एक सीसा का ढक्कन रखा गया है। यह ढक्कन इतना भारी था कि उसे उठाना असंभव लग रहा था। दूत ने समझाया, “यह ढक्कन इस बात का प्रतीक है कि पाप को बंद कर दिया गया है और उसे दंडित किया जाएगा। परमेश्वर का न्याय अटल है, और कोई भी उससे बच नहीं सकता।”

### पाप का निर्वासन

अचानक, ज़कर्याह ने देखा कि दो स्त्रियाँ आकाश से उतर रही हैं। उनके पंख बाज़ के पंखों की तरह मजबूत और तेज थे। वे हवा में तेजी से उड़ रही थीं और एपा को उठा ले गईं। ज़कर्याह ने पूछा, “वे इसे कहाँ ले जा रही हैं?” दूत ने उत्तर दिया, “वे इसे शिनार देश ले जा रही हैं, जहाँ एक मंदिर बनाया जाएगा। वहाँ यह एपा रखा जाएगा, और पाप को उसके स्थान पर स्थापित किया जाएगा।”

यह दर्शन इस्राएल के लोगों को यह सिखाने के लिए था कि परमेश्वर पाप को सहन नहीं करेगा। वह उसे दूर कर देगा और उसका न्याय करेगा। शिनार देश, जो बाबेल का प्रतीक था, पाप के लिए एक उचित स्थान था, क्योंकि वहाँ मनुष्य की अहंकार और अवज्ञा की शुरुआत हुई थी।

### दर्शन का संदेश

ज़कर्याह के इस दर्शन का संदेश स्पष्ट था: परमेश्वर पवित्र है, और वह पाप को सहन नहीं करेगा। चोरी, झूठ, और अन्य सभी पाप उसकी दृष्टि में घृणित हैं। परमेश्वर का न्याय निश्चित है, और वह पाप को दूर करके उसे उसके उचित स्थान पर ले जाएगा। यह दर्शन इस्राएल के लोगों को चेतावनी देता है कि वे अपने पापों से मुड़ें और परमेश्वर की ओर लौटें।

ज़कर्याह ने इस दर्शन को गंभीरता से लिया और लोगों को परमेश्वर के संदेश को सुनने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने लोगों से कहा कि वे अपने मन को बदलें और परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करें, ताकि वे उसके न्याय से बच सकें।

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि परमेश्वर की पवित्रता और न्याय को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए। हमें अपने जीवन में पाप से दूर रहना चाहिए और परमेश्वर की इच्छा के अनुसार चलना चाहिए। ज़कर्याह के दर्शन हमें यह याद दिलाते हैं कि परमेश्वर हमारे जीवन में सक्रिय है और वह हमें सही मार्ग पर चलने के लिए बुलाता है।

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