**एस्तेर की कहानी: अध्याय 10**
राजा अहश्वेरोश के राज्य के दिनों में, जब परमेश्वर ने अपने लोगों के लिए महान उद्धार का काम किया, तो मोर्दकै यहूदी नामक एक व्यक्ति राजा के दरबार में बहुत महान और प्रतिष्ठित हो गया। वह न केवल यहूदियों के बीच, बल्कि सारे राज्य के लोगों के बीच सम्मानित था, क्योंकि परमेश्वर ने उसे विशिष्ट अनुग्रह दिया था।
राजा अहश्वेरोश ने अपने साम्राज्य के सभी प्रांतों पर कर लगाया, और उसकी शक्ति और पराक्रम की कहानियाँ दूर-दूर तक फैल गईं। उसका राज्य 127 प्रांतों तक फैला हुआ था, जो हिन्द से लेकर कूश तक विस्तृत था। राजा ने अपने सभी कार्यों और बल के प्रदर्शन, तथा मोर्दकै की महानता का विवरण राज्य के इतिहास-ग्रंथों में लिखवाया। क्या तुम जानते हो कि मोर्दकै कितना महान था? वह यहूदियों का नेता बना और उसने अपने सारे लोगों के कल्याण के लिए काम किया, उनकी शांति और समृद्धि के लिए प्रयास किया।
मोर्दकै ने नीले और सफेद वस्त्र पहने, सोने का एक बड़ा मुकुट धारण किया, और बैंजनी रंग का राजकीय वस्त्र ओढ़ा हुआ था। जब वह राजा के सामने खड़ा होता, तो सारा नगर उसकी महिमा के कारण आनन्दित हो उठता। उसकी बुद्धि और न्यायपूर्ण निर्णयों ने उसे सभी के हृदय में स्थान दिया।
परमेश्वर ने मोर्दकै को इसलिए ऊँचा किया क्योंकि वह एक ऐसा व्यक्ति था जो अपने विश्वास पर दृढ़ रहा। उसने कभी भी अपनी जाति या अपने परमेश्वर को नहीं छिपाया, बल्कि हर समय सत्य के मार्ग पर चला। जब हामान ने यहूदियों को नष्ट करने की योजना बनाई, तो मोर्दकै ने अपनी भतीजी एस्तेर के साथ मिलकर परमेश्वर की इच्छा को पूरा किया और अपने लोगों को बचाया।
अब, मोर्दकै राजा के बाएँ हाथ की ओर बैठता था, और उसके आदेश सारे राज्य में माने जाते थे। वह यहूदियों के लिए एक पिता के समान था, उनकी रक्षा करता और उन्हें शक्ति देता। उसने अपने लोगों को एकत्रित होकर परमेश्वर की स्तुति करने और उसके अनुग्रह को याद करने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस प्रकार, परमेश्वर ने अपनी प्रजा पर दया की और उन्हें उनके शत्रुओं से बचाया। मोर्दकै की कहानी हमें सिखाती है कि जो लोग परमेश्वर पर भरोसा रखते हैं और उसकी इच्छा के अनुसार चलते हैं, वह उन्हें समय आने पर अवश्य ऊँचा उठाता है। राजा अहश्वेरोश के राज्य की महिमा और मोर्दकै की विजय सदैव याद की जाती है, क्योंकि इसमें परमेश्वर की छाप स्पष्ट देखी जा सकती है।
**समाप्त।**