महीना: जून 2025

एस्तेर की कहानी: मोर्दकै की महानता और विजय

**एस्तेर की कहानी: अध्याय 10** राजा अहश्वेरोश के राज्य के दिनों में, जब परमेश्वर ने अपने लोगों के लिए महान उद्धार का काम किया, तो मोर्दकै यहूदी नामक एक व्यक्ति राजा के दरबार में बहुत महान और प्रतिष्ठित हो गया।…

एज्रा अध्याय 1: परमेश्वर की प्रतिज्ञा पूरी होती है (Note: The original title provided is already concise, meaningful, and within the 100-character limit. It effectively captures the essence of the story without needing modification.) Alternatively, if you’d like a slightly shorter variation: बंधुआई से मुक्ति: परमेश्वर की प्रतिज्ञा (49 characters) or कुरुश का घोषणापत्र: इस्राएल की वापसी (50 characters) Let me know if you’d prefer a different tone or emphasis!

**एज्रा अध्याय 1: परमेश्वर की प्रतिज्ञा पूरी होती है** बहुत समय पहले की बात है, जब परमेश्वर के लोग, इस्राएली, बेबीलोन की बंधुआई में थे। वे अपने पापों के कारण परमेश्वर के कोप के भागी बने थे और उनका पवित्र…

सुलैमान का मंदिर और परमेश्वर की महिमा

**2 इतिहास 5: एक विस्तृत कथा** सुलैमान ने यहोवा के भवन के निर्माण का कार्य पूरा कर लिया था। यह भव्य मंदिर, जिसका नक्शा स्वयं परमेश्वर ने दाऊद को दिया था, अब अपनी पूर्णता में खड़ा था। सोने, चाँदी, बहुमूल्य…

यहूदा के वंश की महिमा और दाऊद का आगमन

**1 इतिहास 2 की कहानी: यहूदा के वंश की महिमा** प्राचीन काल में, इस्राएल के गोत्रों का इतिहास परमेश्वर के चुने हुए लोगों की वंशावली के रूप में लिखा गया। यहूदा का गोत्र, जिसमें से दाऊद और अंततः मसीहा प्रकट…

एलिय्याह और विधवा: विश्वास का चमत्कार

**एक विस्तृत कहानी: 1 राजाओं 17** **अध्याय 1: एलिय्याह की भविष्यवाणी और छिपने की आज्ञा** इस्राएल के राजा आहाब के दिनों में, जब उसने बाल देवता की पूजा को बढ़ावा दिया और यहोवा की आज्ञाओं को तुच्छ जाना, तब परमेश्वर…

दाऊद और मपीबोशेत की दयालुता की कहानी

**दाऊद और मपीबोशेत की कहानी** राजा दाऊद ने अपने महल के सुंदर कक्ष में बैठकर परमेश्वर के उन अनगिनत आशीषों के बारे में सोचा, जो उस पर बरसाए गए थे। उसका राज्य स्थिर था, शत्रु पराजित हो चुके थे, और…

इज़राइल की राजा की मांग और शमूएल की चेतावनी

**1 शमूएल 8: इज़राइल का राजा की मांग** उन दिनों में जब शमूएल बूढ़ा हो गया था, तो उसने अपने पुत्रों को इज़राइल के न्यायाधीश नियुक्त किया। उसका पहला पुत्र योएल और दूसरा अबीयाह था, जो बेरशेबा में न्याय करते…

न्यायियों 1: इस्राएल की अधूरी विजय और परमेश्वर की आज्ञाकारिता

**न्यायियों 1: एक विस्तृत कथा** प्रभु यहोवा के वचन के अनुसार, यहोवा ने इस्राएल के लोगों से कहा था कि वे कनान देश में प्रवेश करके उस भूमि को उनके सामने से दूर भगाएँ, जैसा कि उन्होंने मूसा से वादा…

पत्थरों की साक्षी और परमेश्वर की आज्ञाएँ

# **पत्थरों की साक्षी: व्यवस्थाविवरण 27** ## **भूमिका** मूसा के जीवन के अंतिम दिन थे। इस्राएल के लोग मोआब के मैदान में खड़े थे, यरदन नदी के पूर्वी किनारे पर, वादी की हवा में उनके वस्त्र लहरा रहे थे। चारों…

परमेश्वर की वाचा: आशीष और चेतावनी (लैव्यव्यवस्था 26)

**कहानी: परमेश्वर की वाचा और उसकी चेतावनी (लैव्यव्यवस्था 26)** एक समय की बात है, जब इस्राएल के लोग सीनै के जंगल में खड़े थे और परमेश्वर ने मूसा के द्वारा उनसे बातें कीं। वह स्थान पवित्र था, जहाँ धरती और…