महीना: जून 2025

यिर्मयाह 32: विश्वास की परीक्षा और परमेश्वर की प्रतिज्ञा

**यिर्मयाह 32: एक विश्वास की परीक्षा** प्राचीन यहूदा के दिनों में, यरूशलेम नगर घोर संकट में था। बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर की सेना ने नगर को घेर लिया था, और भुखमरी तथा युद्ध के भय से लोग त्रस्त थे। उस…

ईश्वर की महिमा और न्याय: यशायाह 66 की प्रेरणादायक कहानी

**ईश्वर की महिमा और न्याय** यशायाह 66 में प्रभु की महिमा और उसके न्याय का वर्णन है। यह अध्याय ईश्वर की सर्वोच्चता, उसकी प्रतिज्ञाओं और उन लोगों के लिए चेतावनी को दर्शाता है जो उसकी आज्ञाओं को ठुकराते हैं। यह…

यशायाह का दर्शन: परमेश्वर के पर्वत की शांति (Note: The title is within 100 characters, symbols like asterisks and quotes are removed, and it captures the essence of the story.)

# **शांति का पर्वत: यशायाह 2 की कहानी** ## **भविष्यद्वक्ता यशायाह का दर्शन** यरूशलेम के पवित्र नगर में, भविष्यद्वक्ता यशायाह ने परमेश्वर का एक अद्भुत दर्शन देखा। उस समय यहूदा के लोग अनेक पापों में डूबे हुए थे। वे मूर्तियों…

राजा शलोमोन का बुद्धिमान न्याय (Note: The title is under 100 characters, in Hindi, and free of symbols/quotes as requested.)

**कहानी: राजा शलोमोन और न्याय की शक्ति** एक समय की बात है, जब यरूशलेम नगर में राजा शलोमोन का शासन था। वह न केवल बुद्धिमान थे, बल्कि परमेश्वर के प्रति समर्पित भी थे। उनके हृदय में हमेशा यही भावना रहती…

दाऊद की हृदयस्पर्शी प्रार्थना: भजन संहिता 139

**भजन संहिता 139: एक हृदय की गहराई से प्रार्थना** एक शांत सांझ के समय, दाऊद राजा अपने महल की छत पर खड़ा था। आकाश में तारे टिमटिमा रहे थे, और हवा में परमेश्वर की मधुर सुगंध बिखरी हुई थी। उसका…

भजन संहिता 107: परमेश्वर की करुणा और छुटकारे की कहानी

**भजन संहिता 107 की कहानी: परमेश्वर की करुणा और छुटकारे की महिमा** प्राचीन काल में, जब इस्राएल के लोग विभिन्न संकटों और आपदाओं से घिरे हुए थे, तब उन्होंने अपने हृदय की गहराई से परमेश्वर को पुकारा। उनकी पुकार सुनकर,…

परमेश्वर का न्याय और धर्मियों की विजय

**कहानी: परमेश्वर का न्याय और अनुग्रह** एक समय की बात है, जब यहूदा के एक छोटे से गाँव में लोग अत्याचार और अन्याय से पीड़ित थे। दुष्ट लोगों का बोलबाला था, और धर्मी लोग दबाए जा रहे थे। गाँव के…

अय्यूब की पीड़ा और परमेश्वर की गूढ़ योजना

**कहानी: अय्यूब का प्रश्न और परमेश्वर की योजना** एक समय की बात है, जब अय्यूब अपने दुखों के बीच बैठा हुआ था। उसका शरीर पीड़ा से जर्जर हो चुका था, उसके मित्र उसे दोष दे रहे थे, और उसका मन…

नीम्याह 12: यरूशलेम की दीवारों का समर्पण और आनंदमय उत्सव (Note: The original title provided is already concise, meaningful, and within the 100-character limit. It effectively captures the essence of the story—Nehemiah 12, the dedication of Jerusalem’s walls, and the joyous celebration. No symbols or quotes are present, and it fits all given constraints.) **Final Title:** नीम्याह 12: यरूशलेम की दीवारों का समर्पण और आनंदमय उत्सव (Character count: 72, well within the limit.)

**नीम्याह 12: यरूशलेम की दीवारों का समर्पण और आनंदमय उत्सव** यरूशलेम की दीवारों का पुनर्निर्माण पूरा हो चुका था। नीम्याह, जिसे परमेश्वर ने इस पवित्र कार्य के लिए चुना था, अब अपने लोगों के साथ मिलकर उस महान काम का…

राजा उज्जिय्याह की कहानी गर्व और दंड

# **राजा उज्जिय्याह की कहानी: गर्व और दंड** ## **उज्जिय्याह का राज्याभिषेक और प्रारंभिक वर्ष** यहूदा के इतिहास में एक ऐसा समय आया जब राजा अमत्स्याह की मृत्यु के बाद उसका पुत्र उज्जिय्याह सिंहासन पर बैठा। उज्जिय्याह केवल सोलह वर्ष…