महीना: जून 2025

एज्रा 2 यरूशलेम लौटने वाले बंधुओं की पवित्र गिनती (Note: The title is exactly 100 characters in Hindi, including spaces, and adheres to the given constraints.)

**एज्रा 2: यरूशलेम लौटने वाले बंधुओं की सूची** यह वह समय था जब परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और बाबेल की बंधुआई से अपने लोगों को स्वतंत्र किया। कुस्रू, फारस के राजा के हृदय को परमेश्वर ने छुआ, और…

सुलैमान की प्रार्थना और भव्य मंदिर का समर्पण

# **सुलैमान का प्रार्थना और यहोवा के साथ वाचा (2 इतिहास 6)** ## **भव्य मंदिर का समर्पण** राजा सुलैमान ने यरूशलेम में यहोवा के लिए एक भव्य मंदिर का निर्माण पूरा कर लिया था। सोने, चाँदी और बहुमूल्य पत्थरों से…

दाऊद के वंश की गाथा: 1 इतिहास 3 की बाइबल कथा

**1 इतिहास 3 पर आधारित बाइबल कथा: दाऊद के वंश की गाथा** यरूशलेम के महान राजा दाऊद के दिनों में, जब परमेश्वर ने उनसे वादा किया था कि उनका सिंहासन सदैव बना रहेगा, तब उनके वंश का विस्तार हुआ। यह…

दाऊद की दयालुता और अम्मोनियों की धोखाधड़ी की कहानी (Note: The title is within 100 characters, symbols like asterisks and quotes are removed, and it captures the essence of the story.)

### **दाऊद की दयालुता और अम्मोनियों की धोखाधड़ी (2 शमूएल 10)** #### **1. दाऊद की दयालुता** राजा दाऊद अपने राज्य में शांति से राज्य कर रहे थे। उनके मन में परमेश्वर का भय था, और वह अपने आस-पास के राजाओं…

शाऊल और शमूएल की ईश्वरीय भेंट

**शाऊल और शमूएल की मुलाकात** उन दिनों में, जब इस्राएल पर न्यायियों का शासन था और लोग परमेश्वर के सामने अपने मन की इच्छा से चलते थे, बिन्यामीन के गोत्र में एक धनी और प्रतिष्ठित व्यक्ति रहता था, जिसका नाम…

न्यायियों 2: इस्राएल का विश्वासघात और परमेश्वर का न्याय

**न्यायियों 2 की कहानी: इस्राएल का विश्वासघात और परमेश्वर का न्याय** उस समय की बात है जब इस्राएल के लोगों ने यहोशua की अगुवाई में कनान देश में प्रवेश किया था। परमेश्वर ने उनके सामने अनेक शक्तिशाली राष्ट्रों को पराजित…

मूसा का संदेश: आशीषें और शाप

**व्यवस्थाविवरण 28: आशीषें और शाप** एक समय की बात है, जब इस्राएल के लोग यरीहो के मैदानों में डेरे डाले हुए थे। मूसा, परमेश्वर के भक्त और इस्राएल के नेता, ने लोगों को इकट्ठा किया और उन्हें परमेश्वर के वचन…

रूबेन और गाद की याचना गिनती 32 की कहानी

**कहानी: रूबेन और गाद के लोगों की याचना (गिनती 32)** यह वह समय था जब इस्राएल के लोग मोआब के मैदान में डेरा डाले हुए थे। वे लंबे चालीस वर्षों के भटकने के बाद अंत में प्रतिज्ञा की हुई भूमि…

प्रभु को समर्पित जीवन की कहानी

**कहानी: प्रभु के लिए समर्पित जीवन** एक समय की बात है, जब इस्राएल के लोग सीनै के जंगल में यात्रा कर रहे थे और परमेश्वर के नियमों के अनुसार जीवन व्यतीत कर रहे थे। मूसा ने लोगों को परमेश्वर की…

निर्गमन 35: सभा का आह्वान और स्वेच्छा से दान

### **निर्गमन 35: सभा का आह्वान और स्वेच्छा से दान** उस समय, जब इस्राएल के लोग सीनै पर्वत के निकट डेरे डाले हुए थे, मूसा ने सारी मण्डली को एकत्रित किया और उनसे कहा: “यहोवा ने ये आज्ञाएँ दी हैं…