पवित्र बाइबल

होशे और गोमर अटूट प्रेम की कहानी

**होशे की कहानी: एक प्रेम की मिसाल**

भगवान यहोवा ने होशे नबी को आदेश दिया, “जा, उस स्त्री से फिर से प्रेम करो जो किसी और के प्रेम में फँसी है और व्यभिचारिणी है, ठीक वैसे ही जैसे यहोवा इस्राएल के बच्चों से प्रेम करता है, भले ही वे दूसरे देवताओं की ओर मुड़ते हैं और अंगूर की रोटियों को प्यार करते हैं।”

होशे का हृदय दुख से भर गया। उसकी पत्नी, गोमर, जिससे वह बेहद प्यार करता था, उसने उसे छोड़ दिया था और अन्य पुरुषों के साथ भटक गई थी। वह धन और भौतिक सुखों के पीछे भाग रही थी, परन्तु उसकी आत्मा खोखली हो चुकी थी। फिर भी, यहोवा का आदेश स्पष्ट था—उसे उससे फिर से प्रेम करना था, चाहे कुछ भी हो जाए।

होशे ने गोमर को ढूँढना शुरू किया। वह उन स्थानों पर गया जहाँ वह रहती थी, उन लोगों से पूछताछ की जिनके साथ वह घुली-मिली थी। अंत में, उसे एक बाज़ार में देखा, जहाँ वह एक धनी व्यक्ति के साथ थी, जिसने उसे खरीद लिया था। होशे का दिल टूट गया, परन्तु उसने हिम्मत नहीं हारी।

वह उस धनी व्यक्ति के पास गया और बोला, “मुझे अपनी पत्नी को वापस खरीदने दो। मैं तुम्हें चाँदी के पन्द्रह शेकेल और जौ का एक होमर दूँगा।” उस आदमी ने हँसते हुए कहा, “तुम इस बेकार स्त्री के लिए इतना देने को तैयार हो? ले जाओ इसे!”

होशे ने कीमत चुकाई और गोमर को अपने साथ ले गया। वह उदास और लज्जित थी, उसकी आँखें नीची थीं। होशे ने उससे कहा, “तुम्हें अब कई दिनों तक मेरे साथ रहना होगा, परन्तु तुम किसी और के साथ नहीं रहोगी, और न ही मैं तुम्हारे साथ रहूँगा। इस्राएल के बच्चों की तरह, जो बिना राजा, बिना याजक, और बिना बलिदान के कई दिनों तक रहेंगे, फिर भी अंत में वे यहोवा की ओर लौटेंगे।”

गोमर ने आँसू बहाते हुए पूछा, “तुम मुझे क्यों ले आए? मैं तुम्हारे योग्य नहीं हूँ।” होशे ने उसके हाथ पकड़े और बोला, “क्योंकि यहोवा ने मुझसे तुमसे प्रेम करने को कहा है, जैसे वह अपने लोगों से प्रेम करता है, भले ही वे उसे भूल जाएँ।”

इस तरह, होशे ने गोमर को वापस ले लिया, न कि तुरंत पूर्ण संबंध में, बल्कि एक प्रतीक्षा और तपस्या की अवधि में। यह इस्राएल के लिए एक चित्र था—भले ही वे भटक गए थे, परन्तु यहोवा उन्हें वापस बुलाएगा, उन्हें शुद्ध करेगा, और एक दिन फिर से अपने साथ पूर्ण रूप से जोड़ेगा।

होशे की यह कहानी हमें सिखाती है कि परमेश्वर का प्रेम अटूट है। वह हमारे पापों के बावजूद हमें माफ करने को तैयार है, हमें वापस अपने पास लाने के लिए बलिदान देता है, और हमें नया जीवन देता है। जैसे होशे ने गोमर से प्रेम किया, वैसे ही यहोवा हमसे प्रेम करता है—अनन्त और अविचल।

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