**एजेकील 23: ओहोला और ओहोलीबा की कहानी**
प्रभु यहोवा का वचन याजक एजेकील के पास पहुँचा। उसने उनसे कहा, “मनुष्य के सन्तान, मुझे दो स्त्रियों के विषय में बताना जो एक ही माता की पुत्रियाँ थीं। उनका जन्म मिस्र देश में हुआ था। वहाँ उन्होंने अपनी जवानी बिताई, जहाँ उनके स्तन दबाए गए और उनकी कुंवारी देह को छुआ गया।
उनके नाम थे—बड़ी का नाम ओहोला और छोटी का नाम ओहोलीबा। वे मेरी हुईं और पुत्रियों को जन्म दिया। परन्तु ओहोला का अर्थ है ‘उसका तम्बू’, और ओहोलीबा का अर्थ है ‘मेरा तम्बू उसमें है’। ये नाम इस्राएल और यहूदा के राज्यों को दर्शाते हैं।
**ओहोला का व्यभिचार (इस्राएल का पतन)**
ओहोला जब मेरी थी, तब भी वह व्यभिचार करने लगी। वह असीरिया के युवकों के प्रति आकर्षित हुई—सुन्दर, नेताओं और घुड़सवारों से, जो नीले वस्त्र पहने हुए थे। उसने उन सभी के साथ व्यभिचार किया, और मिस्र की मूर्तियों के साथ भी अपने को अशुद्ध किया। फिर भी मैंने उसे असीरिया के हाथ में छोड़ दिया, जिससे वे उसके प्रेमियों ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया। उन्होंने उसे नग्न कर दिया, उसके पुत्रों और पुत्रियों को ले लिया, और अंत में उसे तलवार से मार डाला। इस प्रकार ओहोला एक चर्चित दृष्टान्त बन गई, क्योंकि उसने मेरे साथ विश्वासघात किया था।
**ओहोलीबा का पाप (यहूदा का पतन)**
परन्तु उसकी बहन ओहोलीबा ने भी यह सब देखा, फिर भी वह अपनी बहन से भी अधिक भ्रष्ट हो गई। वह असीरिया के सैनिकों के प्रति आकर्षित हुई, फिर बाबुल के लोगों की ओर मुड़ी—राजकुमारों और अधिपतियों की ओर, जो लाल वस्त्र पहने, घोड़ों पर सवार थे। उसने उन सभी के साथ व्यभिचार किया, और अपनी आँखों से चित्रित मूर्तियों के सामने भी अपने को अशुद्ध किया। मैंने उसे तोड़ा, परन्तु उसने अपने पाप को नहीं छोड़ा। इसलिए प्रभु यहोवा ने कहा:
“मैं उन प्रेमियों को, जिनके लिए तू पागल हो गई है, तेरे विरुद्ध खड़ा कर दूँगा। बाबुल के सभी लोग, पलटीयों और लोगों के समुदाय, तुझ पर चढ़ाई करेंगे। वे तुझे घेर लेंगे, तेरे सुन्दर अंगों को काट डालेंगे, और तेरे बच्चों को ले जाएँगे। अंत में वे तेरे घरों को आग के हवाले कर देंगे, और तुझे न्याय के हाथों सजा देंगे।”
**दोनों बहनों का दण्ड**
प्रभु यहोवा ने एजेकील से कहा, “इन दोनों बहनों ने व्यभिचार किया है, और उनके हाथ खून से रंगे हुए हैं। उन्होंने मूर्तियों के साथ पाप किया है, और मेरे बच्चों को उनके सामने भूनकर खाया है। इसलिए मैं उन्हें एक ही दिन में नष्ट कर दूँगा। लोग उन पर हँसेंगे और उन्हें तुच्छ जानेंगे, क्योंकि उन्होंने मेरी शपथ को तोड़ा और मूर्तियों के पीछे भागीं। तब वे जानेंगी कि मैं यहोवा हूँ, और मेरा न्याय सच्चा है।”
इस प्रकार, एजेकील ने इस्राएल और यहूदा के लोगों को चेतावनी दी कि वे अपने मूर्तिपूजा और अनैतिकता के कारण दण्ड पाएँगे। परन्तु प्रभु की दया अटल है—यदि वे पश्चाताप करें और उसकी ओर लौटें, तो वह उन्हें पुनः बहाल करेगा।