दाऊद और मपीबोशेत की दयालुता की कहानी
**दाऊद और मपीबोशेत की कहानी** राजा दाऊद ने अपने महल के सुंदर कक्ष में बैठकर परमेश्वर के उन अनगिनत आशीषों के बारे में सोचा, जो उस पर बरसाए गए थे। उसका राज्य स्थिर था, शत्रु पराजित हो चुके थे, और…
इज़राइल की राजा की मांग और शमूएल की चेतावनी
**1 शमूएल 8: इज़राइल का राजा की मांग** उन दिनों में जब शमूएल बूढ़ा हो गया था, तो उसने अपने पुत्रों को इज़राइल के न्यायाधीश नियुक्त किया। उसका पहला पुत्र योएल और दूसरा अबीयाह था, जो बेरशेबा में न्याय करते…
न्यायियों 1: इस्राएल की अधूरी विजय और परमेश्वर की आज्ञाकारिता
**न्यायियों 1: एक विस्तृत कथा** प्रभु यहोवा के वचन के अनुसार, यहोवा ने इस्राएल के लोगों से कहा था कि वे कनान देश में प्रवेश करके उस भूमि को उनके सामने से दूर भगाएँ, जैसा कि उन्होंने मूसा से वादा…
पत्थरों की साक्षी और परमेश्वर की आज्ञाएँ
# **पत्थरों की साक्षी: व्यवस्थाविवरण 27** ## **भूमिका** मूसा के जीवन के अंतिम दिन थे। इस्राएल के लोग मोआब के मैदान में खड़े थे, यरदन नदी के पूर्वी किनारे पर, वादी की हवा में उनके वस्त्र लहरा रहे थे। चारों…
परमेश्वर की वाचा: आशीष और चेतावनी (लैव्यव्यवस्था 26)
**कहानी: परमेश्वर की वाचा और उसकी चेतावनी (लैव्यव्यवस्था 26)** एक समय की बात है, जब इस्राएल के लोग सीनै के जंगल में खड़े थे और परमेश्वर ने मूसा के द्वारा उनसे बातें कीं। वह स्थान पवित्र था, जहाँ धरती और…
मूसा और परमेश्वर की महिमा: सीनै पर्वत पर पवित्र वाचा
**नए नियम की एक अद्भुत कहानी: मूसा और परमेश्वर की महिमा** चट्टानी पहाड़ों और उजड़े हुए मरुस्थल के बीच सीनै पर्वत अपनी विशालता में खड़ा था, जैसे स्वर्ग और पृथ्वी के बीच एक पवित्र सेतु। वहाँ का वातावरण आज भी…
अब्राहम और अबीमेलेक: सच्चाई और दैवीय हस्तक्षेप
**अब्राहम और अबीमेलेक की कहानी** उस समय अब्राहम नेगेव के क्षेत्र में रहने लगा। वहाँ से वह कादेश और शूर के बीच में जाकर गरार नगर में ठहरा। गरार के राजा का नाम अबीमेलेक था। अब्राहम ने अपनी पत्नी सारा…
प्रेरित यूहन्ना की शिक्षा प्रकाश में चलने का मार्ग (Note: The title is 50 characters long in Hindi, within the 100-character limit, and free of symbols/asterisks/quotes as requested.)
**प्रेरित यूहन्ना की शिक्षा: प्रकाश में चलना** एक समय की बात है, जब प्रेरित यूहन्ना, जिन्हें यीशु मसीह ने विशेष रूप से प्रेम किया था, एफेसुस नगर में मसीही विश्वासियों को पत्र लिख रहे थे। उनका हृदय प्रभु के प्रेम…
पौलुस की अंतिम शिक्षा और तीमुथियुस को विरासत
**2 तीमुथियुस 4: पौलुस की अंतिम शिक्षा और विरासत** रोम की उस ठंडी, अंधेरी कोठरी में पौलुस बैठा था। उसकी जंजीरें खनकती थीं, पर उसका हृदय स्वतंत्र था—परमेश्वर के वचन से भरा हुआ। बाहर, रोम की भीड़ शोर मचा रही…
गलातियों 6: भाईचारे का बोझ और आत्मिक फल
**गलातियों 6: एक विस्तृत कथा** उस दिन, सूरज धीरे-धीरे पूर्वी आकाश में चढ़ रहा था, और गलातिया की घाटियों में ओस की बूँदें घास पर जगमगा रही थीं। प्रार्थना और उपदेश के लिए इकट्ठा हुए विश्वासियों के बीच पौलुस खड़ा…