दाऊद की शरण और परमेश्वर पर विश्वास
एक समय की बात है, जब दाऊद, इस्राएल के महान राजा और परमेश्वर के प्रिय सेवक, एक गहरे संकट में फंसे हुए थे। उनके चारों ओर शत्रुओं ने घेरा डाल रखा था, और उनका मन भय और चिंता से भर…
एज्रा और यहूदियों का पश्चाताप और परमेश्वर की इच्छा के प्रति समर्पण
एज्रा 10 की कहानी हमें एक ऐसे समय की ओर ले जाती है जब परमेश्वर के लोगों ने अपने जीवन में गंभीर पाप किया था और उन्हें इसका एहसास हुआ। यह कहानी उनके पश्चाताप और परमेश्वर की इच्छा के प्रति…
राजा आसा की विजय: परमेश्वर पर भरोसा और जीत
2 इतिहास 14 की कहानी हमें यहूदा के राजा आसा के बारे में बताती है, जो एक धर्मनिष्ठ और परमेश्वर के प्रति समर्पित राजा था। आसा ने अपने पिता अबिय्याह के बाद यहूदा का राज्य संभाला और उसने अपने राज्य…
दाऊद का राज्याभिषेक और वीर योद्धाओं की गाथा
1 इतिहास 11 की कहानी को विस्तार से और जीवंत वर्णन के साथ हिंदी में प्रस्तुत करते हैं: यह कहानी उस समय की है जब इस्राएल के लोगों ने दाऊद को अपना राजा चुना। दाऊद, यिशै के पुत्र, यहूदा के…
दाऊद और अबशालोम का दुखद संघर्ष
2 शमूएल 18 की कहानी हमें दाऊद और उसके पुत्र अबशालोम के बीच हुए संघर्ष के बारे में बताती है। यह कहानी दाऊद के जीवन के एक दुखद और नाटकीय पल को दर्शाती है, जहाँ पिता और पुत्र के बीच…
दाऊद और गोलियत: विश्वास की जीत
1 शमूएल 17 की कहानी एक ऐसे युवक की है जिसने अपने विश्वास और परमेश्वर की सामर्थ्य के बल पर असंभव को संभव कर दिखाया। यह कहानी इस्राएल और फिलिस्तीनियों के बीच हुए युद्ध की पृष्ठभूमि में घटित होती है।…
परमेश्वर की दया और इस्राएल का पश्चाताप
न्यायियों के दसवें अध्याय की कहानी हमें इस्राएल के इतिहास के एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर ले जाती है। यह कहानी उस समय की है जब इस्राएल के लोग परमेश्वर की आज्ञाओं को भूलकर मूर्तिपूजा में लिप्त हो गए थे। यह…
यरीहो की दीवार पर राहाब का विश्वास और बचाव
यहोशू 2 की कहानी हिंदी में विस्तार से: यहोशू ने यरीहो शहर के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए दो गुप्तचर भेजे। ये दोनों गुप्तचर यरीहो शहर में पहुंचे और वहां एक वेश्या के घर में ठहरे, जिसका नाम…
परमेश्वर की आज्ञाओं का महत्व: मूसा का संदेश
**व्यवस्थाविवरण 4 की कहानी: परमेश्वर की आज्ञाओं का महत्व** एक समय की बात है, जब इस्राएल के लोग मूसा के नेतृत्व में मिस्र की दासता से मुक्त होकर वादा किए हुए देश कनान की ओर बढ़ रहे थे। वे जंगलों…
परमेश्वर की सेवा में लेवीयों का समर्पण और पवित्रता
गणना की पुस्तक के आठवें अध्याय में, परमेश्वर ने मूसा से बात की और उसे हारून के बारे में निर्देश दिए। यह कहानी इस्राएलियों के जंगल में भटकने के समय की है, जब वे मिस्र से छुटकारा पाकर वादा किए…