साल: 2025

भजन संहिता 135: परमेश्वर की महिमा और कृपा की कहानी

भजन संहिता 135 की कहानी को एक विस्तृत और जीवंत रूप में प्रस्तुत करते हुए, हम इसकी गहराई और महत्व को समझने का प्रयास करेंगे। यह भजन परमेश्वर की महिमा, उसकी सृष्टि, और उसके चुने हुए लोगों के प्रति उसकी…

यूसुफ और उसके भाइयों की कहानी: ईर्ष्या और परमेश्वर की योजना

यह कहानी उस समय की है जब याकूब कनान देश में रहता था। याकूब के बारह पुत्र थे, और उनमें से यूसुफ सबसे छोटा था। यूसुफ को उसके पिता याकूब से विशेष प्रेम था, क्योंकि वह उनके बुढ़ापे में पैदा…

आदम से नूह तक: पीढ़ियों की परमेश्वर के साथ यात्रा

उत्पत्ति 5 की कहानी हिंदी में: आदम से लेकर नूह तक की पीढ़ियों का वर्णन उत्पत्ति 5 में किया गया है। यह अध्याय हमें उन लोगों के बारे में बताता है जो पृथ्वी पर लंबे समय तक जीवित रहे और…

बेंजामिन के वंशज: परमेश्वर की योजना और विरासत

1 इतिहास अध्याय 8 की कहानी को विस्तार से और जीवंत वर्णन के साथ प्रस्तुत करते हुए, हम बेंजामिन के वंशजों की वंशावली को देखेंगे। यह अध्याय बेंजामिन के पुत्रों और उनके वंशजों के बारे में बताता है, जो इस्राएल…

राजा अहज्याह और एलिय्याह का संघर्ष

2 राजाओं के पहले अध्याय की कहानी हिंदी में इस प्रकार है: समय था जब इस्राएल का राजा अहज्याह था। वह यहोवा की आज्ञाओं को नहीं मानता था और बाल देवता की पूजा करता था। एक दिन, अहज्याह अपने महल…

दाऊद और अबशालोम का दुखद संघर्ष

2 शमूएल 15 की कहानी हमें दाऊद के जीवन के एक महत्वपूर्ण और दुखद पल की ओर ले जाती है। यह वह समय था जब दाऊद का अपना ही पुत्र अबशालोम उसके विरुद्ध विद्रोह करता है और राज्य को हड़पने…

दान के गोत्र की मूर्तिपूजा और विजय की कहानी

न्यायियों 18 का यह कहानी दान के गोत्र के लोगों की यात्रा और उनके द्वारा मूर्तिपूजा को अपनाने की घटना को विस्तार से बताता है। यह कहानी इस्राएल के उस समय की है जब “हर एक व्यक्ति अपनी ही दृष्टि…

यहोशू की अद्भुत विजय और परमेश्वर की सामर्थ्य

यहोशू 10 की कहानी हमें एक ऐसे समय की याद दिलाती है जब यहोशू और इस्राएलियों ने परमेश्वर की सहायता से एक अद्भुत विजय प्राप्त की। यह कहानी न केवल युद्ध और जीत के बारे में है, बल्कि यह परमेश्वर…

मूसा का संदेश: परमेश्वर की आराधना और वादा किए गए देश की ओर

एक समय की बात है, जब इस्राएल के लोग मिस्र की गुलामी से छूटकर वादा किए गए देश कनान की ओर बढ़ रहे थे। मूसा, जो परमेश्वर के द्वारा चुना गया नेता था, उन्हें परमेश्वर के नियम और आज्ञाएं सिखा…

कोरह, दातान और अबीराम का विद्रोह और परमेश्वर का न्याय

**कहानी: कोरह, दातान और अबीराम का विद्रोह (गिनती 16)** उस समय जब इस्राएली जंगल में भटक रहे थे, मूसा और हारून उनके नेता थे। परमेश्वर ने मूसा को चुना था कि वह उन्हें मिस्र की दासता से छुड़ाकर वादा किए…