**बुद्धिमान नातान की जीवन शिक्षा** (Note: The title is within 100 characters, symbols and quotes removed, and captures the essence of the story.)
**कहानी: बुद्धिमान की राह**
एक समय की बात है, यरूशलेम के पास एक छोटे से गाँव में नातान नाम का एक बुद्धिमान व्यक्ति रहता था। वह परमेश्वर का भक्त था और हमेशा नीतिवचन की शिक्षाओं पर चलता था। उसका विश्वास था कि *”सम्मान और जीवन और अनुग्रह की प्राप्ति विनम्रता और यहोवा का भय मानने से होती है”* (नीतिवचन 22:4)।
एक दिन, गाँव के कुछ युवक उसके पास आए और बोले, “नातान, हम जीवन में सफल होना चाहते हैं, पर हमें समझ नहीं आता कि कैसे।” नातान ने मुस्कुराते हुए उन्हें अपने घर के पास ही एक खेत की ओर ले चला। वहाँ एक मेहनती किसान हल चला रहा था, और उसके पीछे-पीछे उसका छोटा बेटा बीज बो रहा था।
नातान ने युवकों से कहा, “देखो, यह किसान मेहनत कर रहा है और अपने बेटे को भी सिखा रहा है। परमेश्वर ने हमें बुद्धि दी है कि *”जो अपनी भूमि पर अच्छी तरह खेती करेगा, उसके पास भरपूर अन्न होगा, परन्तु जो निकम्मों की संगति करेगा, उसकी उपज नष्ट हो जाएगी”* (नीतिवचन 22:29, 24:30-34)। सफलता के लिए परिश्रम और अनुशासन ज़रूरी है।”
युवकों में से एक ने पूछा, “लेकिन हमें धन कैसे मिलेगा?” नातान ने उत्तर दिया, *”धनी और निर्धन दोनों ही यहोवा की दृष्टि में एक हैं, परन्तु जो दयालु है, वह आशीष पाता है”* (नीतिवचन 22:2, 9)। उसने उन्हें एक गरीब विधवा की कहानी सुनाई, जिसने अपने अंतिम सिक्के भी मंदिर में दे दिए, और परमेश्वर ने उसकी भक्ति के कारण उसे आशीषित किया।
फिर नातान ने उन्हें चेतावनी दी, *”कर्ज़ लेकर धनी बनने की चाह रखने वाला अंत में दास बन जाता है”* (नीतिवचन 22:7)। उसने एक व्यापारी की कहानी सुनाई जो लालच में आकर ऋण के जाल में फँस गया और सब कुछ खो बैठा।
अंत में, नातान ने युवकों से कहा, *”बच्चे को शिक्षा उसी मार्ग की दो जिसमें उसे चलना चाहिए, और वह बुढ़ापे में भी उससे न हटेगा”* (नीतिवचन 22:6)। उसने उन्हें समझाया कि परमेश्वर के नियमों पर चलकर ही वे सच्ची सफलता पा सकते हैं।
युवकों ने नातान की बातें गाँठ बाँध लीं और परिश्रम, ईमानदारी और परमेश्वर के भय में जीवन जीने का संकल्प लिया। समय बीतने के साथ, वे सभी सम्मानित और आशीषित हुए, क्योंकि उन्होंने नीतिवचन की शिक्षाओं को अपनाया था।
और इस तरह, नातान ने सिखाया कि परमेश्वर के वचन पर चलने वाला कभी निराश नहीं होता।