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बाबुल के घमंड का पतन: यशायाह की भविष्यवाणी

**यशायाह 47: बाबुल के पतन की भविष्यवाणी**

प्राचीन काल में, जब बाबुल नगरी अपने ऐश्वर्य और बल के मद में चूर थी, तब परमेश्वर ने यशायाह नबी के मुख से एक गंभीर भविष्यवाणी की। यह वह समय था जब बाबुल अपनी शक्ति के शिखर पर पहुँच चुका था, किन्तु उसका अहंकार और अधर्म उसके विनाश का कारण बनने वाला था।

### **बाबुल का घमंड**
बाबुल नगरी सोने और चाँदी से सजी हुई थी। उसके महल ऊँचे-ऊँचे, उसके दुर्ग अजेय, और उसकी सेना असंख्य थी। वह स्वयं को “सन्यासिनी और रानी” कहलवाती थी, मानो उसके समान कोई और न हो। उसके निवासी विलासिता में डूबे हुए थे—मदिरा, नृत्य, और उत्सवों में लिप्त रहते थे। वे कहते थे, “मैं अनन्त हूँ, मेरा कभी पतन नहीं होगा!” किन्तु वे यह भूल गए कि उनकी शक्ति का स्रोत परमेश्वर था, जिसने उन्हें अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए उठाया था।

### **परमेश्वर का न्याय**
तब यहोवा का वचन यशायाह के द्वारा घोषित हुआ:

**”हे कुमारी कन्या बाबुल, नीचे बैठ जा, भूमि पर बैठ जा! हे कसदियों की बेटी, तेरे लिए अब कोई सिंहासन नहीं। अब तुझे कोमल और नाजुक न कहा जाएगा।”**

परमेश्वर ने उसके विरुद्ध न्याय की घोषणा की। बाबुल ने यहूदा पर क्रूरता की थी—उसके लोगों को बंधक बनाकर ले गया था, उसके मन्दिरों को ध्वस्त किया था, और निर्दोषों का रक्त बहाया था। अब उसके अपने पापों का दंड आने वाला था।

**”अपनी चक्कियाँ लेकर आटा पीस, अपना घूँघट उठा, अपनी चादर खोल, नदी पार कर, तेरी नग्नता प्रकट होगी। तेरी लज्जा दिखाई देगी। मैं बदला लूँगा, और किसी को तेरा बचाव करने न दूँगा!”**

### **जादू-टोने और मायावी विद्याओं का असफल होना**
बाबुल अपने ज्योतिषियों, तांत्रिकों, और भविष्यवक्ताओं पर निर्भर था। वे नक्षत्रों को देखते, ताबीज बनाते, और अँधेरे कर्मकांडों द्वारा भविष्य जानने का दावा करते थे। किन्तु परमेश्वर ने कहा:

**”अब तेरे इन मंत्रों और जादू-टोनों से क्या होगा, जिन पर तूने बचपन से भरोसा किया? देख, तेरे ज्ञानी एक-एक करके भटक गए। अब कोई तुझे बचाने न आएगा!”**

बाबुल के गर्व ने उसे अंधा कर दिया था। वह समझती थी कि उसकी शक्ति अटल है, परन्तु उसे पता न था कि परमेश्वर उसके पापों का हिसाब लेने वाला है।

### **अचानक विनाश**
और फिर, एक दिन, जब बाबुल के लोग निश्चिंत थे, दावतों में मग्न थे, तभी मादी और फारस की सेनाओं ने नगर को घेर लिया। उन्होंने नदी का रास्ता मोड़ दिया और दीवारों के नीचे से प्रवेश किया। रातों-रात, बाबुल का पतन हो गया। उसके राजा बेलशत्सर की हत्या हुई, उसके मंत्री भाग खड़े हुए, और उसका ऐश्वर्य लूट लिया गया।

जिस नगर ने सोचा था कि वह अमर है, वह एक ही रात में धूल में मिल गया। परमेश्वर की भविष्यवाणी सच हुई:

**”अब ये सब बातें तुझ पर अचानक एक ही दिन में आ पड़ेंगी! तेरे बहुत से जादू-टोने और तेरी बड़ी शक्ति भी तुझे न बचा पाएगी।”**

### **शिक्षा**
बाबुल का इतिहास हमें सिखाता है कि घमंड और अधर्म का अंत नाश ही होता है। परमेश्वर न्यायी है, और वह उन सभी को दंड देगा जो अपनी शक्ति के मद में निर्दोषों पर अत्याचार करते हैं। हमें अपना भरोसा मनुष्यों की शक्ति या मायावी विद्याओं में नहीं, बल्कि सच्चे परमेश्वर में रखना चाहिए, क्योंकि केवल वही अनन्त और सर्वशक्तिमान है।

इस प्रकार, यशायाह की भविष्यवाणी पूरी हुई, और बाबुल का गौरव सदा के लिए धूल में मिल गया।

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