फिर यहोवा ने झोंके से यूब का उत्तर दिया, और कहा,
यह कौन है जो ज्ञान की कमी के कारण सलाह को अस्पष्ट करता है?
अब तू मेरे सामने पुरुष के रूप में प्रस्तुत हो; क्योंकि मैं तुझसे सवाल करूंगा, और तू मुझे जवाब देगा।
तुम कहां थे जब मैंने पृथ्वी की नींव रखी थी? अगर तेरे पास समझ है, तो बता।
तुमने इसकी माप किसने तय की, अगर तुम जानते हो? या किसने इस पर रेखा खींची?
इसकी नींव कौन से ऊपर जमी हुई थी? या किसने इसका शिला रखा,
जब सभी ‘परमेश्वर के सपूत’ खुशी के गीत गाते थे, और सभी ‘स्वर्गदूत’ उत्साह से चिल्लाते थे?
या जब समुद्र फूट पड़ा, जैसे यह गर्भ से बाहर आ गया हो,
जब मैंने बादलों को उसके वस्त्र बनाया, और अंधकार को उसकी लपेट में बांध दिया,
और इसे मेरे सीमा के अंत तक पहुचाया, और बांध और द्वार बनाए,
और कहा, ‘इतना ही आयेगा, पर आगे नहीं; और यहां तेरी अभिमानी लहरें थम जाएंगी’?
क्या तुमने तुम्हारे दिनों के आरंभ से सुबह को आदेश दिया है? और तुमने भोर को उसकी जगह जानने का कारण बताया है,
ताकि यह पृथ्वी के किनारे पर लगा सके, और दुष्ट इससे निकाल दिए जा सकें?
यह मुद्रांक के नीचे मिट्टी की तरह बदल जाता है, और यह सब कापड़ों की तर