पवित्र बाइबल

लाल गाय की राख: शुद्धता का परमेश्वरीय प्रतीक

गिनती 19 का अध्याय एक ऐसी घटना का वर्णन करता है जो इस्राएलियों के लिए शुद्धता और पवित्रता के महत्व को दर्शाता है। यह कहानी उस समय की है जब इस्राएल के लोग मिस्र से निकलकर जंगल में भटक रहे…

यूसुफ का सपनों की व्याख्या और विश्वास

उत्पत्ति की पुस्तक के अध्याय 40 में यूसुफ की कहानी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो उसके जीवन में एक नए मोड़ को दर्शाता है। यह कहानी मिस्र के देश में घटित होती है, जहां यूसुफ को गुलाम के रूप…

जलप्रलय के बाद नूह और परमेश्वर की प्रतिज्ञा

उत्पत्ति 8 की कहानी हिंदी में विस्तार से लिखी गई है, जो वर्णनात्मक शैली में है और धार्मिक सटीकता को बनाए रखती है: — जलप्रलय के बाद, परमेश्वर ने नूह और उसके परिवार को सुरक्षित रखा था। बारिश रुक चुकी…

याकूब का संदेश: जीभ की शक्ति और सच्ची बुद्धिमत्ता

एक बार की बात है, याकूब नामक एक व्यक्ति था, जो यीशु मसीह का शिष्य था। वह अपने भाइयों और बहनों को एक महत्वपूर्ण सबक सिखाना चाहता था। उसने उन्हें इकट्ठा किया और कहा, “मेरे प्रिय भाइयों और बहनों, हम…

पौलुस का पत्र और कुरिन्थुस की पश्चाताप की कहानी

2 कुरिन्थियों 7 की कहानी को हिंदी बाइबल के संदर्भ में विस्तार से लिखने के लिए, हम पौलुस के पत्र के माध्यम से उनके हृदय की गहराई और उनकी चिंताओं को समझेंगे। यह कहानी पौलुस और कुरिन्थुस की मण्डली के…

यीशु का पुनरुत्थान: महिमा और महान आदेश की कहानी

मत्ती 28 का अध्याय यीशु मसीह के पुनरुत्थान की घटना को विस्तार से बताता है। यह घटना न केवल ईसाई धर्म के लिए बल्कि पूरी मानवता के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। आइए, इस घटना को एक विस्तृत और जीवंत…

यहोना और नीनवे: परमेश्वर की दया की कहानी

यहोना 4 की कहानी हिंदी में विस्तार से: यहोना भविष्यद्वक्ता ने नीनवे शहर में परमेश्वर का संदेश सुनाया था, और वहाँ के लोगों ने पश्चाताप किया था। परमेश्वर ने उनकी प्रार्थना सुनी और उन्हें नष्ट करने का निर्णय बदल दिया।…

दानिय्येल 11: पर्शिया और यूनान के राजाओं का संघर्ष और भविष्यवाणी

दानिय्येल 11 की कहानी एक विस्तृत और गहन भविष्यवाणी है, जो पर्शिया और यूनान के राजाओं के बीच होने वाले संघर्षों और उनके प्रभावों को बताती है। यह कहानी दानिय्येल नबी के द्वारा प्रकट की गई थी, जिसमें उसने परमेश्वर…

यरूशलेम का पतन और परमेश्वर का न्याय

यिर्मयाह 52 की कहानी एक ऐसे समय की है जब यहूदा का राज्य पतन के कगार पर था। यह अध्याय यरूशलेम के पतन और बेबीलोन की सेना द्वारा उसके विनाश का विस्तृत वर्णन करता है। यह घटना नबी यिर्मयाह की…

यिर्मयाह की दृढ़ता और परमेश्वर पर विश्वास

यिर्मयाह 20 की कहानी हिंदी में: यिर्मयाह नबी यहूदा के राज्य में एक ऐसे समय में रहते थे जब लोग परमेश्वर की आज्ञाओं को भूल चुके थे और मूर्तिपूजा तथा अन्याय में डूबे हुए थे। यिर्मयाह को परमेश्वर ने चुना…