राजा उज्जिय्याह की कहानी गर्व और दंड
# **राजा उज्जिय्याह की कहानी: गर्व और दंड** ## **उज्जिय्याह का राज्याभिषेक और प्रारंभिक वर्ष** यहूदा के इतिहास में एक ऐसा समय आया जब राजा अमत्स्याह की मृत्यु के बाद उसका पुत्र उज्जिय्याह सिंहासन पर बैठा। उज्जिय्याह केवल सोलह वर्ष…
दाऊद द्वारा लेवियों की सेवाकार्य में नियुक्ति
# **दाऊद का आदेश: लेवियों की सेवाकार्य के लिए नियुक्ति** *(1 इतिहास 23 पर आधारित एक विस्तृत कहानी)* ## **भूमिका** यरूशलेम का राजमहल सोने की किरणों से जगमगा रहा था। राजा दाऊद वृद्ध हो चुके थे, परन्तु उनकी आँखों में…
सुलैमान द्वारा यहोवा के भव्य मंदिर का निर्माण
**1 राजाओ 6: सुलैमान का मन्दिर निर्माण** भगवान के चुने हुए राजा दाऊद के पुत्र सुलैमान ने इस्राएल पर शासन किया। उसके शासनकाल के चौथे वर्ष में, जो कि यरूशलेम से निकलने के चार सौ अस्सीवें वर्ष में था, सुलैमान…
दाऊद और अकीश की सेना का प्रसंग – 1 शमूएल 29
### **दाऊद और अकीश की सेना – 1 शमूएल 29** फिलिस्तीनियों के राजा अकीश के साथ दाऊद कई दिनों से रह रहा था। उसने अपने लोगों के साथ ज़िक्लाग नगर में शरण ली थी और अकीश की सेवा करता था।…
रुत और नाओमी: विश्वास और प्रेम की अमर कहानी
**रुत की कहानी: विश्वास और प्रेम की मिसाल** बहुत पहले की बात है, जब इज़राइल के न्यायियों के समय में एक भयंकर अकाल पड़ा। यहूदा के बेतलेहेम नगर में एक व्यक्ति रहता था, जिसका नाम एलीमेलेक था। उसकी पत्नी का…
कालेव का विश्वास और हेब्रोन की विजय
**यहोशू 14: कालेव का विश्वास और धैर्य** प्राचीन काल में, जब इस्राएली मिस्र की दासता से छूटकर यरदन नदी पार करके वादा किए हुए देश में प्रवेश कर रहे थे, तब मूसा के सेवक यहोशू ने उनका नेतृत्व संभाला। इस्राएल…
विवाहित हृदयों का पर्व: देउतेरोनोमी 16 की कहानी
**विवाहित हृदयों का पर्व: विस्तृत कहानी (देउतेरोनोमी 16 के आधार पर)** भूमिका: मोआब की घाटी में, जहाँ सूरज की किरणें पहाड़ों से टकराकर सुनहरी चादर बिछा देती थीं, इस्राएल की भीड़ एकत्र हुई। मूसा, जिसके चेहरे पर परमेश्वर का तेज…
मरिबा की चट्टान: विश्वास और आज्ञाकारिता की परीक्षा
**कहानी: मरिबा की चट्टान (गिनती 20)** वह समय था जब इस्राएली जंगल में भटक रहे थे, परमेश्वर के मार्गदर्शन की प्रतीक्षा करते हुए। मूसा और हारून अपने लोगों के साथ कादेश नामक स्थान पर डेरा डाले हुए थे। सूरज की…
सीनै पर्वत पर परमेश्वर की आज्ञाएँ और न्याय का मार्ग
**वाचा का पालन और न्याय की आज्ञा** मिस्र की दासता से मुक्त होकर इस्राएली जंगल में यात्रा कर रहे थे। परमेश्वर ने मूसा को सीनै पर्वत पर बुलाया और उन्हें अनेक आज्ञाएँ दीं, जिनमें से एक थी न्याय और सच्चाई…
बाढ़ के बाद नूह और परमेश्वर की पवित्र वाचा (Note: The title is within the 100-character limit and adheres to the guidelines provided.)
**बाढ़ के बाद नूह और परमेश्वर की वाचा** उस समय संसार में बड़ी उथल-पुथल मची हुई थी। परमेश्वर ने पृथ्वी को जलप्रलय से शुद्ध किया था, और केवल नूह, उसके परिवार, और जहाज़ में सुरक्षित रखे गए जीव ही बचे…